23/11/2025

Dhanbad Times

रिमझिम फुहारों में धधका अहंकार: मलकेरा में रावण दहन बना आस्था, उल्लास और एकजुटता का प्रतीक

एप से शेयर हेतु अंतिम बटन से लिंक कॉपी करे
111 Views

धनबाद: गुरुवार रात कतरास के मलकेरा फुटबॉल मैदान में जब 60 फीट ऊंचा रावण धू-धू कर जल उठा, तो बारिश की रिमझिम बूंदें मानो आकाश से आशीर्वाद बनकर बरस रही थीं। विजया दशमी के इस पावन अवसर पर टाटा मलकेरा की धरती ने आस्था, परंपरा और जनउत्सव का ऐसा संगम देखा, जिसने हर दर्शक के मन में बुराई पर अच्छाई की विजय की गूंज भर दी। दिनभर की बारिश और शाम में फुहारों के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। मैदान श्रद्धा और उल्लास से खचाखच भरा रहा। कतरास, लकड़का, देवग्राम, पतराकुल्ही, चैनपुर, सवालडीह, वैद्यनवाडीह, पासीटांड़, रामपुर, भेलाटांड़, सिजुआ जैसे गांवों से लोग परिवार सहित पहुंचे थे। बुजुर्गों की आंखों में परंपरा की चमक थी, बच्चों के चेहरों पर उत्सव की मुस्कान। रात करीब आठ बजे, जैसे ही विधायक शत्रुघ्न महतो ने धनुष से तीर चलाया और वह रावण की नाभि में जा धंसा, पूरा मैदान तालियों और जयघोष से गूंज उठा। अगले ही पल रावण का पुतला आग की लपटों में घिर गया। आतिशबाजी की चमक और गूंज ने माहौल को रोमांच से भर दिया,  मानो हर चिंगारी एक नई आशा जगा रही हो। इस आयोजन में जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों की गरिमामयी उपस्थिति ने इसे और भी विशेष बना दिया। जिप सदस्य जितेश रजवार, भाजपा नेता राकेश सिंह, मलकेरा उत्तर पंचायत की मुखिया अंजना देवी, विधायक प्रतिनिधि सोनू श्रीवास्तव, समाजसेवी टिंकू तिवारी, ईश्वर दयाल सिंह, भुनेश्वर साव, विजय रजक, मोंटी, योगेश, लखी और मनोज जैसे कई चेहरे इस जनउत्सव के साक्षी बने। यह सिर्फ रावण दहन नहीं था, यह था अहंकार के अंत का सामूहिक संकल्प, परंपरा की पुनःस्थापना और समाज की एकजुटता का जीवंत चित्र।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!